Nelson Mandela (1918-2013):
एक महान नेता की प्रेरणादायक यात्रा

नेल्सन रोलिहलाहला मंडेला
नेल्सन मंडेला दक्षिण अफ्रीका के इतिहास में एक महत्वपूर्ण शख्सियत थे। उन्होंने रंगभेद (apartheid) के खिलाफ लड़ाई लड़ी और देश के पहले अश्वेत राष्ट्रपति बने।
नेल्सन मंडेला का जन्म कब और कहाँ हुआ?
नेल्सन मंडेला का जन्म 18 जुलाई 1918 को दक्षिण अफ्रीका के पूर्वी केप में म्वेजो गांव में हुआ था। बचपन में मंडेला को उनके कबीले में “मदीबा” नाम से जाना जाता था।
उनके परदादा नगुबेंगकुका (Ngubengcuka), थेंबू जनजाति के राजा थे।उनके पिता गेडला हेनरी म्फाकेनिस्वा थेंबू जनजाति / कबीले के मुखिया थे, और उनकी मां नॉनकाफी नोसेकेनी थी।
नेल्सन मंडेला का प्रारंभिक जीवन और शिक्षा
उनका बचपन मुश्किल भरा रहा क्योंकि उनकी माता की मृत्यु हो गई जब वह महज 9 साल के थे, और जब वह 12 साल के हुए तो उनके पिता भी नहीं रही, जिसके बाद रीजेंट (राजा की अनुपस्थिति में कार्यवाहक) जोंगिन्ताबा दलिंदयेबो के द्वारा उनका पालन-पोषण हुआ। मंडेला ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा स्थानीय मिशनरी स्कूलों में प्राप्त की।
उन्होंने अपनी वकालत की डिग्री फोर्ट हरे यूनिवर्सिटी से पूरी की, जिसके बाद वो एक वकील के रूप में जोहान्सबर्ग में रंगभेद (Apartheid) के खिलाफ लड़ने लगे।
अपनी कॉलेज के दिनों से ही उन्हें राजनीति में दिलचस्पी जागी और वो स्टूडेंट्स यूनियन में शामिल हो गए।
नेल्सन मंडेला का राजनीतिक जागरूकता
1944 में अफ्रीकी राष्ट्रीय कांग्रेस (ANC) में शामिल हुए, जो नस्लीय समानता (Racial injustice) के लिए लड़ने वाली पार्टी थी।
उन्होंने ए.एन.सी. (ANC Youth League) युवा लीग की सह-स्थापना की तथा संगठन में एक प्रमुख व्यक्ति बन गए।
उन्होंने नस्लीय समानता (Racial injustice) के खिलाफ हड़तालें, बहिष्कार और सविनय अवज्ञा अभियान आयोजित किए, जैसे 1952 में Defiance Campaign और 1955 में The Congress of the People.
नेल्सन मंडेला का संघर्ष और बलिदान
- नेल्सन मंडेला को उनकी लड़ाई के लिए 27 साल की कठिन सजा का सामना करना पड़ा। उन्हें रोबेन आइलैंड की कठिन जेल में बंद किया गया था। इस अवधि में, उन्होंने अपार्थेड व्यवस्था के खिलाफ लड़ाई जारी रखी।
- 1990 में अंतरराष्ट्रीय दबाव के कारण उन्हें रिहा कर दिया गया।
- रिहाई के बाद उन्होंने श्वेत सरकार के साथ मिलकर शांतिपूर्ण तरीके से रंगभेद को खत्म करने के लिए बातचीत की।
- 1994 में देश के पहले अश्वेत राष्ट्रपति के रूप में निर्वाचित हुए।
नेल्सन मंडेला द्वारा राष्ट्रपति के रूप में कार्यकाल (1994-1999)
- वह दक्षिण अफ्रीका के सर्वप्रथम अश्वेत राष्ट्रपति थे।
- राष्ट्रपति के रूप में उन्होंने रंगभेद के कारण बने सामाजिक विभाजन को दूर करने का प्रयास किया।
- उन्होंने सत्य और सुलह आयोग (Truth and Reconciliation Commission) की स्थापना की जिसने रंगभेद के दौरान हुए मानवाधिकारों के उल्लंघन की जांच की।
- उन्होंने सिर्फ एक कार्यकाल पूरा किया और सत्ता का शांतिपूर्ण हस्तांतरण किया।
नेल्सन मंडेला की मृत्यु कब और कैसे हुई?
5 दिसंबर 2013 को, जोहान्सबर्ग (दक्षिण अफ्रीका) में फेफड़ों से संबंधित समस्या के कारण उनका निधन हो गया।
नेल्सन मंडेला की विरासत:
- नेल्सन मंडेला आज भी दुनिया भर में शांति, सहिष्णुता और नस्लीय समानता के प्रतीक हैं।
- उन्होंने रंगभेद को खत्म करने के लिए अथक प्रयास किए हैं।
- उन्होंने यह बताया कि दृढ़ संकल्प और शांतिपूर्ण तरीके से कितना बड़ा बदलाव किया जा सकता है।
- उन्हें दक्षिण अफ्रीका का महात्मा गांधी भी कहा जाता है।
- उनके सम्मान में हर साल 18 जुलाई को 'नेल्सन मंडेला अंतर्राष्ट्रीय दिवस' मनाया जाता है।
नेल्सन मंडेला को प्राप्त प्रमुख पुरस्कार:
- नेहरू शांति पुरस्कार (1980)
- सखारोव पुरस्कार (1988)
- भारत रत्न (1990)
- राष्ट्रपति पदक (1990)
- नोबेल शांति पुरस्कार (1993)
- ऑर्डर ऑफ मेरिट (1995)
- प्रेसिडेंशियल मेडल ऑफ फ्रीडम (2002)
यह सूची संपूर्ण नहीं है, लेकिन इसमें नेल्सन मंडेला को उनके जीवन भर में प्राप्त पुरस्कारों और सम्मानों की संख्या पर प्रकाश डाला गया है। यह केवल मंडेला के बचपन का एक संक्षिप्त विवरण है। उनके जीवन के बारे में और जानने के लिए, आप उनकी आत्मकथा "लॉन्ग वॉक टू फ्रीडम" पढ़ सकते हैं या उनके बारे में लिखी गई कई पुस्तकों में से एक का अध्ययन कर सकते हैं।